महराजगंज। संजय यादव पुत्र सीताराम यादव के इशारे और पैसे के दम पर बागापर चौकी के एस.आई. जितेन्द्र तिवारी द्वारा झूठे मुकदमों में फंसाए गए छात्र विकास कुमार शर्मा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगाई है। विकास का कहना है कि इन झूठे मुकदमों के कारण उसकी M.Sc. और B.Ed. की पढ़ाई बर्बाद हो गई है और वह मानसिक व सामाजिक पीड़ा से गुजर रहा है।
झूठे मुकदमों की कहानी
विकास ने अपने पत्र में बताया कि संजय यादव ने अपने प्रभाव और पैसे के बल पर बागापर पुलिस से उसे और उसके परिवार (पिता और छोटे भाई) को झूठे मुकदमों में फंसा दिया। होली के समय गांव में हुए एक विवाद को लेकर उन पर झूठा मुकदमा दर्ज किया गया, जबकि वे उस समय घटना स्थल पर मौजूद नहीं थे। विकास ने यह भी बताया कि वह पिछले 10 वर्षों से गोरखपुर में रहकर अपनी पढ़ाई कर रहा है और झूठे मुकदमों के डर से गांव कम ही जाता है।
गुण्डागर्दी और पैसे का खेल
विकास का आरोप है कि संजय यादव, जिसके खिलाफ पहले से ही सरकारी चकरोड पर कब्जा करने और अन्य गंभीर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं, ने अपने रसूख का इस्तेमाल कर बागापर चौकी के एस.आई. जितेन्द्र तिवारी को पैसे देकर यह कार्रवाई करवाई है। विकास ने सीओ ऑफिस में अपनी बेगुनाही के सबूत भी पेश किए थे, लेकिन इसके बावजूद उसके खिलाफ एक और झूठा मुकदमा दर्ज कर दिया गया।
न्याय की अपील
विकास ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से संजय यादव और एस.आई. जितेन्द्र तिवारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और उसे न्याय दिलाने की अपील की है। उसने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि उसे झूठे मुकदमों से मुक्ति दिलाई जाए और उसके भविष्य को सुरक्षित करने में मदद की जाए।
विकास का यह पत्र इस बात की ओर इशारा करता है कि किस प्रकार पैसे और प्रभाव के बल पर बेगुनाहों को झूठे मुकदमों में फंसाया जा सकता है। अब देखना यह है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस मामले में क्या कार्रवाई करते हैं और विकास को न्याय मिल पाता है या नहीं।
रिपोर्ट: (G news)
स्थान: गोरखपुर