‘हिंदू जोड़ो यात्रा’: जातिवाद और छुआछूत खत्म करने की पहल
जाती पाती की करो विदाई हम सब हिन्दू भाई भाई की गूंज पूरे विश्व में
छतरपुर – बागेश्वर धाम के प्रमुख संत धीरेंद्र शास्त्री की पहल पर आयोजित ‘हिंदू जोड़ो यात्रा’ 21 से 29 नवंबर के बीच मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में 160 किलोमीटर की पैदल दूरी तय करेगी। इस यात्रा का उद्देश्य समाज में जातिवाद और छुआछूत जैसी बुराइयों को समाप्त कर हिंदुओं को एकजुट करना है। यात्रा में देशभर की प्रतिष्ठित हस्तियों के शामिल होने की संभावना है।
यात्रा की शुरुआत छतरपुर जिले के बागेश्वर धाम से हुई है और इसका समापन उत्तर प्रदेश के ओरछा धाम में होगा। यात्रा के दौरान प्रतिदिन 15-22 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी।
सुरक्षा के व्यापक इंतजाम
छतरपुर और पड़ोसी जिलों में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। छतरपुर पुलिस ने यात्रा का विस्तृत रूट मैप तैयार किया है। एसपी अगम जैन ने बताया कि यात्रा की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए 600 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। इसके अलावा सागर जोन और भोपाल से भी अतिरिक्त सुरक्षा बल मंगवाया गया है।
यात्रा का रूट मैप
21 नवंबर: यात्रा बागेश्वर धाम से शुरू होकर गंज टावर और कादरी फार्मेसी कॉलेज तक पहुँची।
22 नवंबर: कादरी फार्मेसी से गथेवारा अंडर ब्रिज होते हुए छतरपुर शहर के पेप्टिक टाउन तक।
23 नवंबर: पेप्टिक टाउन से मऊ सानिया महाराजा छत्रसाल स्मारक तक।
24 नवंबर: देवरी रेस्ट हाउस से बड़ागांव टोल प्लाजा तक।
25 नवंबर: उत्तर प्रदेश के मऊरानीपुर में समाप्त।
26-29 नवंबर: यात्रा विभिन्न स्थानों से होते हुए 29 नवंबर को ओरछा धाम में समाप्त होगी।
यात्रा का सामाजिक उद्देश्य
इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य समाज में एकता को बढ़ावा देना और जातिवाद व छुआछूत जैसी बुराइयों को समाप्त करना है। संत धीरेंद्र शास्त्री ने ‘हिंदू जोड़ो यात्रा’ को समाज के हर वर्ग के बीच भाईचारे की भावना को प्रबल करने का माध्यम बताया।
लोगों का उत्साह
यात्रा को लेकर स्थानीय नागरिकों और श्रद्धालुओं में उत्साह है। यात्रा के दौरान धार्मिक और सामाजिक संदेशों का प्रचार किया जा रहा है। छतरपुर से लेकर ओरछा तक के मार्ग में श्रद्धालु बड़ी संख्या में जुड़ रहे हैं।
यह यात्रा सामाजिक एकता का संदेश देने के साथ-साथ समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की एक प्रेरणादायक पहल मानी जा रही है।
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