गोरखपुर न्यूज
उत्तर प्रदेश के प्रमुख पर्यटक स्थलों में गोरखनाथ मंदिर का एक विशिष्ट स्थान है। गोरखपुर स्थित यह मंदिर हर रोज हजारों की संख्या में भक्तों और पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। गोरखनाथ बाबा के दर्शन करने के साथ-साथ लोग यहां नौकायन और मेले का भी आनंद लेते हैं।
गोरखनाथ मंदिर का इतिहास और नाथ परंपरा
गोरखनाथ मंदिर का इतिहास अत्यंत प्राचीन और गौरवमयी है। यह मंदिर महायोगी गुरु गोरखनाथ को समर्पित है, जो नाथ संप्रदाय के संस्थापक माने जाते हैं। नाथ परंपरा का मुख्य उद्देश्य योग और ध्यान के माध्यम से आत्मा की शुद्धि और मोक्ष प्राप्ति है। गुरु गोरखनाथ ने इस परंपरा को स्थापित कर समाज में योग और ध्यान का महत्व बढ़ाया।
नाथ संप्रदाय का इतिहास 11वीं शताब्दी से शुरू होता है। गुरु गोरखनाथ के अनुयायियों ने उनके सिद्धांतों और शिक्षाओं का प्रसार किया। गोरखनाथ मंदिर न केवल एक धार्मिक स्थल है, बल्कि यह नाथ योगियों के आश्रम और ध्यान केंद्र के रूप में भी कार्य करता है। यहां परंपरागत नाथ योग, हठ योग, और अन्य योग साधनाएं सिखाई जाती हैं, जो आध्यात्मिक उन्नति के लिए महत्वपूर्ण हैं।
नए बने भव्य मंदिर और उसकी विशेषताएं
हाल ही में बने भव्य मंदिर ने गोरखनाथ मंदिर परिसर की सुंदरता और महत्ता को और बढ़ा दिया है। इस नए मंदिर में कई महत्वपूर्ण देवताओं की मूर्तियां स्थापित की गई हैं। यहां हनुमान मंदिर, सियाराम मंदिर, जिसमें भगवान राम अपने सभी भाइयों विसीता जी और हनुमान जी के साथ विराजमान हैं, विष्णु जी के 11 अवतार वाला मंदिर, छठी माता मंदिर, और हठी माता मंदिर प्रमुख आकर्षण का केंद्र बना हैं। इन सभी मंदिरों को भव्यता और सुंदरता के साथ निर्मित किया गया है, जो श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करते हैं।
हनुमान मंदिर में भगवान हनुमान की भव्य मूर्ति स्थापित है, जहां भक्तजन विशेष पूजा-अर्चना करते हैं। सियाराम मंदिर में भगवान राम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न, सीता जी और हनुमान जी की सुंदर मूर्तियाँ हैं, जो रामायण के पवित्र चरित्रों की याद दिलाती हैं। विष्णु जी के 11 अवतार वाला मंदिर भी अत्यंत आकर्षक है, जिसमें भगवान विष्णु के दस प्रमुख अवतारों के साथ एक अवतार और जोड़ा गया है।
छठी माता मंदिर और हठी माता मंदिर भी श्रद्धालुओं के बीच विशेष रूप से लोकप्रिय हैं। इन मंदिरों की भव्यता और सुंदरता यहां आने वाले हर व्यक्ति को मोहित कर लेती है।
परिसर की अन्य सुविधाएं
गोरखनाथ मंदिर परिसर में भक्तों के लिए कई सुविधाएं उपलब्ध हैं। यहां ठहरने के लिए धर्मशालाएं, भोजन के लिए अन्नक्षेत्र, और बच्चों के लिए खेल क्षेत्र भी है। परिसर में एक विशाल पुस्तकालय भी है, जिसमें नाथ परंपरा, योग, और अन्य धार्मिक ग्रंथों की विस्तृत जानकारी उपलब्ध है।
गोरखनाथ मंदिर का यह नया रूप और विस्तार यहां आने वाले हर व्यक्ति के लिए एक अनूठा धार्मिक और सांस्कृतिक अनुभव प्रदान करता है। इस भव्य मंदिर की अद्वितीयता और नाथ परंपरा की गहराई को समझने के लिए यह स्थान निश्चित रूप से देखने लायक है।
प्रेस रिपोर्टर – विकास शर्मा